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मेरी बहन की चुदाई की कहानी

यह चुदाई की कहानी उस समय की है जब मैं अपनी बहन को परीक्षा के लिए दूसरे शहर ले गया। वहाँ मैंने अपनी बहन का ऐसा रूप देखा कि मैं दंग रह गया। आखिर मैंने क्या देखा था?

हाय दोस्तों, मेरा नाम रोहन है, और मैं नोएडा का रहने वाला हूँ। मेरी बहन का नाम रिया है। वह सांवली है, और उसकी हाइट ज्यादा नहीं है, लेकिन उसके मम्मे बड़े-बड़े हैं। उसके मम्मों को देखकर मैं अक्सर उसके नाम की मुठ मारता हूँ।

रिया के एग्जाम चल रहे थे, और मुझे उसे परीक्षा दिलवाने के लिए ले जाना था। सात दिनों के एग्जाम थे, और परीक्षा केंद्र घर से दूर होने के कारण हमने वहाँ एक कमरा किराए पर ले लिया।

कमरे में पलंग नहीं था, सिर्फ नीचे सोने की व्यवस्था थी। हमारे बगल वाले कमरे में चार लड़के भी एग्जाम देने आए थे।

पहले दिन का एग्जाम हो गया, और उसी शाम तक उन चारों लड़कों से मेरी दोस्ती हो गई। उन लड़कों ने कुछ सेटिंग कर रखी थी, जिससे उन्हें एग्जाम के प्रश्न और उत्तर पहले ही मिल जाते थे। वे अपने एग्जाम अच्छे से देकर आते थे।

दूसरा दिन भी बीत गया। शाम को उनमें से एक लड़के ने कहा कि वह मुझे प्रश्न और उत्तर दे देगा। इससे मेरी उनसे और अच्छी दोस्ती हो गई। वे मुझे भैया बुलाते थे और रिया को उसके नाम से।

रिया उन सबसे छोटी थी और अब उनके साथ घुलमिल गई थी। शाम को वे चारों रिया के साथ बैठकर पढ़ाई करते थे।

आखिरी एग्जाम से एक दिन पहले की बात है। उस दिन रविवार था, इसलिए छुट्टी थी। सब लोग कमरे पर ही थे। वे चारों मेरे कमरे में आए और रिया के साथ पढ़ाई करने लगे।

उन्हें पढ़ते देख मैंने रिया से कहा, “मैं मूवी देखने जा रहा हूँ। 3-4 घंटे में वापस आ जाऊँगा। तुम पढ़ाई करो और आराम कर लेना।”
यह कहकर मैं निकल गया, लेकिन मुझे टिकट नहीं मिली, और मैं कमरे की ओर वापस लौट आया।

जब मैं कमरे पर पहुँचा, तो दरवाजा बाहर से बंद था। मैं अंदर गया, लेकिन रिया वहाँ नहीं थी। मैंने सोचा कि वह बाथरूम गई होगी या पढ़ने।

मैं आराम करने लगा। 15-20 मिनट बाद भी रिया नहीं आई, तो मैं समझ गया कि वह उन लड़कों के साथ पढ़ाई कर रही होगी। मैं उसे देखने उनके कमरे की ओर गया।

उनका दरवाजा अंदर से बंद था। मुझे शक हुआ, और मैं झाँकने की कोशिश करने लगा, लेकिन कोई रास्ता नहीं मिला। तभी मुझे याद आया कि बाथरूम से उनका कमरा दिखता है। मैं बाथरूम में गया और एक छेद से अंदर देखने लगा। छेद बड़ा होने के कारण सब कुछ साफ दिख रहा था।

अंदर बेड पर तीन लड़के पूरी तरह नंगे बैठे थे और अपने लंड सहला रहे थे, लेकिन रिया कहीं दिख नहीं रही थी। मैंने मोबाइल से रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। तभी मेरी नजर उन लड़कों पर पड़ी, जो एक तरफ देख रहे थे। मैंने उसी तरफ देखा, तो दंग रह गया।

मेरी सगी बहन रिया पूरी नंगी थी और टेबल पर अपनी बुर की चुदाई करवा रही थी। उसे चोदने वाला लड़का, जिसका नाम रवि था, उसकी चूची को मुँह में लेकर बच्चे की तरह चूस रहा था। वह एक चूची चूस रहा था और दूसरे को हाथ से दबा रहा था। उसने रिया का एक दूध पूरा मुँह में भर लिया और जोर-जोर से चूसने लगा।

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तभी उसने अपना दूसरा हाथ रिया की चूत पर ले जाकर उंगली अंदर डाल दी। उसकी उंगली गीली हो गई। उसने उंगली निकालकर देखा, तो रिया की चुदास साफ दिख रही थी।

रिया ने आँखें बंद कर रखी थीं। रवि ने उसकी चूत के दाने को मसलना शुरू किया, और रिया के मुँह से मादक सिसकारियाँ निकलने लगीं।

उसने रिया को उल्टा करके घुटनों के बल कर दिया और डॉगी स्टाइल में चोदने की तैयारी की। उसने अपने तने हुए लंड को रिया की चूत के मुँह पर रखकर सुपारे से दाना रगड़ना शुरू किया।

रिया जोर-जोर से सिसकार रही थी। रवि ने अपने मूसल जैसे लंड को हल्का धक्का दिया, और सुपारा अंदर चला गया। रिया के मुँह से मस्त सिसकारी निकली, “उम्म्ह… अहह… हय… ओह…” और उसने अपने चूतड़ आगे-पीछे करने शुरू कर दिए। रवि का लंड धीरे-धीरे रिया की बुर में पूरा घुस गया।

मुझे अपनी बहन की चुदाई और उसका मजा लेना देखकर गुस्सा आ रहा था। रिया के मुँह से दर्द और वासना की मिली-जुली कराहें निकल रही थीं। थोड़ी देर बाद वह खुद अपने चूतड़ हिलाने लगी।

बाकी लड़के भी चुप नहीं थे। एक लड़के ने अपना लंड रिया के मुँह के पास ले जाकर चूसने को कहा। रिया ने फटाक से उसका लंड मुँह में लिया और चूसने लगी। इधर रवि फकफक धक्के लगाते हुए झड़ने वाला था। उसके लंड के गोटे रिया के चूतड़ों पर ढोलक की तरह ठाप मार रहे थे।

रिया के मुँह से जोरदार सिसकारियाँ निकल रही थीं, जैसे चुदाई में मस्त सीटियाँ बजा रही हो। रवि अपना लंड पूरा बाहर निकालकर जोर से धकेलता, जिससे रिया की चीख निकल जाती।

अपनी बहन की चुदाई देखकर मेरा मन कर रहा था कि मैं भी उसे चोद दूँ। रिया का मुँह एक लंड से भरा हुआ था। तभी रवि ने रिया के मम्मों को पकड़कर जोर-जोर से मसलना शुरू किया। अचानक उसके धक्कों की रफ्तार तेज हुई, और उसने रिया की चूत में अपने लंड की पिचकारी छोड़ दी।

रिया की आँखें मस्ती से बंद थीं। रवि ने उसकी चूत को चाटकर साफ कर दिया।

अब दूसरा लड़का, जिसका नाम अजय था, आया। उसका लंड आसमान छू रहा था। उसने रिया की चूत में लंड घुसाया और एक जोरदार धक्का मारा। उसका लंड पूरा जड़ तक समा गया। रिया आनंद से सिसकार रही थी।

जो लड़का रिया से लंड चुसवा रहा था, उसने अचानक “आह” की आवाज निकाली और अपना गाढ़ा वीर्य रिया के मुँह में छोड़ दिया। रिया ने वीर्य को स्वाद लेकर पी लिया, लेकिन कुछ माल उसके गालों पर बह गया।

मुझे समझ आ गया कि मेरी बहन पक्की चुदक्कड़ है।

उस लड़के के हटते ही तीसरा लड़का, जिसका नाम मनीष था और जिसका लंड सबसे बड़ा था, आया। उसने रिया के मुँह में अपना लंड दे दिया।

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अजय, जो रिया को चोद रहा था, पूरी ताकत से धक्के मार रहा था। उसने रिया के गोल चूतड़ों को मुट्ठी में पकड़ रखा था। कुछ देर बाद वह भी झड़ गया, और रिया की चूत वीर्य की झील बन गई।

मनीष ने रिया के मुँह को छोड़ा और उसे बिस्तर पर पीठ के बल लिटाया। उसने रिया की टाँगें अपने कंधों पर रखीं और फ्रंट पोजीशन में लंड को चूत के मुँह पर रखा। फिर एक जोरदार धक्का मारा। उसका मूसल जैसा लंड आधे से ज्यादा चूत में घुस गया।

रिया की तेज चीख निकली, लेकिन तीन लंड खाने के बाद उसकी चूत खुल चुकी थी। उसने अपने हाथ मनीष की पीठ पर रखकर जवाबी धक्का मारा, और बाकी लंड भी जड़ तक समा गया।

मनीष ने रिया के चूतड़ों के नीचे हाथ रखकर तकिया जैसा सहारा दिया और उसकी चूत का बाजा बजाना शुरू कर दिया। रिया चुदाई के मजे में पागल हो रही थी और अजीब-अजीब आवाजें निकाल रही थी।

मनीष ने रिया को 30 मिनट तक चोदा। आखिर में वह “आह आह” करते हुए ढेर हो गया और अपनी पिचकारी रिया की चूत में छोड़ दी।

रिया इस दौरान कई बार झड़ चुकी थी। उसे सबके लंड चूसकर साफ करने पड़े। लड़कों ने भी उसकी चूत चाटकर साफ की, और इस बीच रिया फिर गर्म होकर झड़ गई।

मैंने यह सब अपने फोन में रिकॉर्ड कर लिया। चुदाई पूरी होने के बाद मैं वहाँ से निकल गया।

एक घंटे बाद जब मैं वापस आया, रिया अपने कमरे में पढ़ रही थी। मैंने उससे कुछ नहीं कहा।

रात को मैंने उसे वीडियो दिखाया। वह डर गई और बोली, “भैया, माफ कर दो। अब ऐसा नहीं होगा।”
मैंने कहा, “एक शर्त पर माफ करूँगा। तुम्हें मुझसे चुदना होगा।”

वह शरमा गई। मैंने उसे अपनी बाहों में ले लिया।
वह बोली, “मैं तो कब से तुमसे चुदने के लिए मर रही थी।”
मैंने पूछा, “क्यों?”
वह बोली, “मैंने तुम्हारा लंड देखा है। ये बहुत बड़ा है।”
मैंने कहा, “तो पहले क्यों नहीं बोली?”
वह बोली, “मुझे शर्म आ रही थी कि कहीं तुम नाराज न हो जाओ।”

मैंने पूछा, “तेरी चुदाई कब से चल रही है?”
वह बोली, “आज दूसरी बार हुआ।”
मैंने पूछा, “पहली बार किसके साथ?”
वह बोली, “वो बात लंबी है, बाद में बताऊँगी।”

उसने अपनी सील टूटने की कहानी बाद में बताने का वादा किया। मैं उसकी चुदाई की कहानी बाद में आप तक जरूर पहुँचाऊँगा।

रिया ने कहा, “अब देर न करो, भैया। मुझे बड़ी मस्ती चढ़ रही है।”

मैंने उसकी चूत को सहलाया और उसे नंगी करके चित लिटा दिया। फिर मैंने अपना लौड़ा निकाला और उसकी चूत में घुसाने की कोशिश की।

मेरा लंड उन चारों से दो इंच लंबा और मोटा था। इसलिए सिर्फ थोड़ा सा ही अंदर गया। रिया को दर्द हुआ, लेकिन दिन में चुदने के कारण वह ज्यादा नहीं चिल्लाई। मेरी कसी हुई चूत में लंड पेलने से मुझे भी दर्द हो रहा था।

फिर भी मैंने रिया की चूत में लौड़ा घुसाया और कामयाब हुआ। रिया ने भी लंड लेने में मेरी मदद की। उसे मेरा लंड लेने में मजा आ रहा था। मैंने उसकी चूचियाँ दबाईं और होंठ चूसे।

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फिर मैंने पूरा लंड पेलकर रिया की चुदाई शुरू की। उसकी चूत अभी भी टाइट थी। मैंने पूरा लौड़ा अंदर-बाहर करना शुरू किया। वह मुझसे चुदने का पूरा मजा ले रही थी।

मैं उसकी चूचियाँ दबाने और चूमने लगा। फिर मैं अपना सुपारा चूत तक बाहर निकालकर जोर-जोर से पेलने लगा। मुझे बड़ा मजा आ रहा था।

कुछ देर बाद मैंने लंड निकालकर रिया को चूसने को कहा। उसने तुरंत मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगी। उसकी चुसाई से मेरा लंड और सख्त हो गया। जल्द ही मेरा माल निकलने वाला था। मैंने बिना बताए उसके मुँह में रस छोड़ दिया। रिया ने उसे जूस की तरह पी लिया।

फिर हम दोनों लिपटकर चूमने लगे और एक-दूसरे की जीभ चूसते रहे।

रिया बोली, “अब और मत तड़पाओ। मेरी आग बुझा दो।”

मैंने लंड उसकी चूत पर रखा और जोरदार धक्का मारा। मेरा लंड पूरा अंदर तक चला गया। रिया चिल्लाई, “आऊ… उम्म्ह… अहह… हय… ओह… मर गई… चूत फट गई!”

मैंने उसे जकड़ लिया और उसके मम्मों को चूसने लगा। जब वह शांत हुई, तो मैंने लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया। वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। मैंने उसकी आवाज को अनसुना करके स्पीड बढ़ाई और उसके होंठ चूमने लगा। इससे उसकी आवाज कुछ कम हुई।

उस दिन मैंने रिया को 20 मिनट तक चोदा। इस दौरान वह दो बार झड़ चुकी थी। फिर मैंने अपना सारा रस उसकी चूत में छोड़ दिया।

रिया को अपने भाई के साथ चुदाई में बड़ा मजा आया। हम दोनों थककर चूर हो गए और लेट गए। इस सेक्स में हमें समय का पता ही नहीं चला।

मुझे रिया को और चोदने का मन था, लेकिन उस वक्त हमारी चुदाई बीच में रुक गई।

दूसरी बार रिया बिना कपड़ों के थी, क्योंकि अब हमें किसी का डर नहीं था। मैंने भी कपड़े उतार दिए और चुदाई के लिए तैयार था। रिया ने मुझे चूमना शुरू किया, और हमने सेक्स का पूरा मजा लिया।

उस रात हमने तीन बार चुदाई का आनंद लिया। फिर रिया ने कपड़े पहन लिए।

रिया इतनी खुश थी कि मुझे छोड़ ही नहीं रही थी। हमारा यह चूत चुदाई का सिलसिला चार दिन तक चला।

इसके बाद भी बहन की चुदाई का कार्यक्रम आज तक चल रहा है। जब भी मौका मिलता है, मैं रिया की चूत को शांत कर देता हूँ। जब उसकी चूत की खुजली बढ़ जाती है, तो मैं उसे कहीं बाहर ले जाकर चोद देता हूँ।

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