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रखेल के संभोग से सीक्रेट समझा

मैं जहाँ रहता हूँ, वहाँ जमीला मियाँ नाम का व्यक्ति रहता है। उसने चार शादियाँ की हैं, और उसकी चारों बीवियाँ उससे खुश नजर आती हैं। उसका राज एक दिन उसकी एक बीवी ने खोला। मैंने अपनी रखेल सोनू उर्फ सोनल को उसके पीछे लगाया था। सोनू मेरे घर के पास अपने माता-पिता के साथ रहती थी। उसका कोई चक्कर नहीं था, इसलिए वह बहुत दुखी थी। उसकी उम्र 35 साल हो चुकी थी। पहले जब उसे आग लगती थी, तो उसे बुझाने वाला कोई नहीं था।

एक बार वह मुझे बैंक में मिली, और मुझे आश्चर्य हुआ कि वह मुझे जानती थी। मेरी पहचान एक अच्छे इंसान की थी। धीरे-धीरे मेरी और उसकी मुलाकातें बढ़ने लगीं। उसने अपनी समस्याएँ मेरे साथ साझा करनी शुरू कीं। उसके बोलने-चलने से मुझे समझ आया कि वह शारीरिक भूख से परेशान है। उसे कोई चोदने वाला चाहिए था।

मैंने उसे थोड़ा प्यार दिया, और उसे अच्छा लगा। जब मैं नेट पर बैठता, उसे अपने पास बुलाता। वह दौड़कर आती। उसे नेट पर चुदाई, चूसने और चोदने वाली क्लिप देखना पसंद था। मुझे ऐसी ही लड़की चाहिए थी। सोनू मेरे जाल में फँस गई थी। वह हमेशा मेरे साथ सेक्स की बातें करती।

मैं एक शादीशुदा आदमी था। मेरी बीवी मुझसे खुश थी, लेकिन मेरे लंड को नया स्वाद चाहिए था। मेरी बीवी मुझसे संतुष्ट थी, क्योंकि मैं उसे लंबे समय तक चोदता था, और वह एक घंटे में तीन बार पानी छोड़ती थी। शादी के बाद पाँच साल तक ऐसा चला। फिर उसने बहाने बनाने शुरू किए—आज नहीं, सिर दुख रहा है, कल कमर में मोच आ गई। उसका ड्रामा शुरू हो गया था।

पिछले चार साल मैंने अकेले काटे। इस दौरान सोनू ने मेरा साथ दिया, और उसे जो चाहिए था, वह मिला। मेरा लंड उसकी चूत का दीवाना हो गया था। उस दौरान मैंने उसे कई बार चोदा। उसकी गांड मारी, उसकी चूत मारी, उसके मुँह को चोदा। मैं जहाँ चाहता, लंड डाल देता, और वह आनंद से ले लेती।

यह थी मेरी कहानी। सोनू मेरे लिए कुछ भी करने को तैयार थी।

जब मुझे जमीला मियाँ के घर का पता चला, तो मैं हैरान रह गया। चार बीवियों को चोदना बहुत मुश्किल है। जमीला यह कैसे करता होगा? सोनू ने यह बात उसकी बीवी तस्लीमा से पूछी।

तस्लीमा बोली, “सोनू, मत पूछ… यह जानवर हमें कैसे-कैसे चोदता है। साला एक बार में दो बीवियों को चोदता है। कभी-कभी हम चारों को चोदकर सो जाता है।”

सोनू ने उससे विस्तार से पूछा। तस्लीमा ने बताया कि जमीला हर चुदाई का वीडियो बनाता है और फिर उसे देखकर रात में सबको चोदता है।

सोनू बोली, “मुझे भी तुम्हारी चुदाई की क्लिप देखनी है।” तस्लीमा ने वादा किया कि वह कुछ क्लिप्स लाएगी और मजाक में बोली, “क्या, तू भी मेरे लंड से चुदवाना चाहती है?”

सोनू ने शरमाते हुए मना किया और मेरे पास आकर तस्लीमा की सारी बातें बताईं। फिर मैंने सोनू को खड़ा करके दो बार चोदा। वह मेरी रंडी थी, और जब चाहता, मैं उसे ठोक लेता था।

तस्लीमा ने सोनू को जमीला की चार वीडियो क्लिप्स दीं। उसे लगा कि सोनू भी जमीला से चुदवाएगी। उसे क्या पता था कि सोनू पहले से ही मेरे लंड पर बैठी थी।

मैंने सीडी कंप्यूटर पर लगाई और जमीला की चुदाई देखी। पहली सीडी देखकर मेरे कानों के पीछे पसीना आ गया। सोनू ने अपने कपड़े उतार दिए और मेरा लंड हिलाने लगी। मेरा हाथ उसकी चूत पर रगड़ने लगा।

“मुझे ऐसे ही चोद… चोदेगा ना राजा… मेरी चूत, गांड, सब फाड़ दे… साला ये जमीला है या जानवर?” सोनू बोली।

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स्क्रीन पर चल रही क्लिप देखकर मेरा लंड तन गया। क्या मस्त क्लिप थी—एक साथ दो औरतें, पूरी नंगी। सोनू ने मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगी। पचास साल का वह बूढ़ा अपनी बीवियों को जिस तरह चोद रहा था, उसे देखकर मैं दंग रह गया।

इधर सोनू की चूत में खाज हो रही थी। वह बार-बार अपनी चूत में उंगली डालकर हिला रही थी। जमीला मियाँ की चुदाई देखकर मेरा लंड 90 डिग्री पर खड़ा था।

अब मेरे लंड को चूत चाहिए थी या गांड का छेद। मैंने सोनू को घोड़ी बनाया और मेरा लंड पीछे से उसकी चूत में डालकर ठोकने लगा।

“वाह देवा… क्या मस्त माल है… ओह… ऐसे ही चोद मुझे… फाड़ दे साली को… गांड के छेद में उंगली डाल ना,” सोनू चिल्लाई।

मैं भी उत्तेजित होकर उसे जोर-जोर से ठोक रहा था और उसकी गांड पर हाथ से मार रहा था।

पहला राउंड खत्म होने के बाद सोनू ने जमीला की चुदाई की जो बात बताई, वह बहुत मजेदार थी। जमीला की चार बीवियाँ थीं—पहली रोशन, दूसरी सलमा, तीसरी निगार, और चौथी तस्लीमा।

जमीला मियाँ चूत चोदने में बहुत माहिर था। उसे एक बार में दो-दो चूत चाहिए थी। कभी-कभी निगार और रोशन नंगी सोती थीं, और सलमा उसका लंड चूसती थी। ऐसा बार-बार होता था।

मैंने सोनू से पूछा, “क्या सोनू, तुझे जमीला से चुदवाने की इच्छा नहीं होती?”

वह बोली, “मेरे राजा, जिसके पास इतना अच्छा खाना बनाने वाला हो, वह पंगत में क्यों बैठेगी? ये खाना तो मेरा अकेले का है, जो मैं खा रही हूँ।”

उसका जवाब सुनकर मैं खुश हुआ और अपना लंड उसके मुँह में दे दिया। वह मेरे लंड की रानी बन गई थी। मैंने उसे हर आसन में, हर तरह से चोदा। अब सोनू भी चुदवाने में माहिर हो गई थी।

अगर लड़कियों को जबरदस्ती चोदा जाए, तो वे बिगड़ जाती हैं और आपसे दूर चली जाती हैं। इसलिए हर बार चोदते वक्त उन्हें पहले की तरह आराम से और प्यार से चोदना चाहिए। अगर प्यार से चोदा जाए, तो वे आपके कहे हर आसन के लिए तैयार हो जाती हैं। एक बार वे लंड की आदी हो जाएँ, तो फिर जोरदार चोदने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता।

मित्रों, यह एक अनुभवी आदमी का अनुभव है कि चूत को हमेशा प्यार से चोदना चाहिए, उसे फूल की तरह ट्रीट करना चाहिए, न कि खिलौना समझना चाहिए।

सोनू मेरे लंड की दीवानी बन गई थी। उसका शरीर थोड़ा मोटा था, लेकिन वह मस्त चुदवाती थी। मैंने उसकी गांड मार-मारकर बड़ी कर दी थी, और उसके स्तन दूध की थैली जैसे फूल गए थे। वह मेरा लंड लॉलीपॉप की तरह चूसती थी।

उधर जमीला मियाँ अपनी एक बीवी को जमीन पर लिटाकर पीछे से चढ़ा था। दूसरी बीवी उसके ऊपर आकर अपनी चूत उसके मुँह से चटवा रही थी।

मैंने सोनू की गांड में उंगली डाली। वह बोली, “साले, चूत में उंगली डाल… मेरी गांड क्यों रगड़ रहा है?” मैंने एक उंगली गांड में रखी और दूसरी उसकी चूत में डाली। वह मेरा लंड मुँह में लेकर चुदवाने लगी।

क्या मस्त नसीब था मेरा, कि एक औरत जो मुझ पर मरती थी, मेरे साथ वह सब करने को तैयार थी जो कामशास्त्र में लिखा है। सामने कंप्यूटर पर जो खेल चल रहा था, वह चरम पर पहुँचने वाला था। जमीला एक को चोदता, दूसरी की गांड में उंगली डालता, फिर एक की गांड मारता और दूसरी की चूत में डिल्डो डालता था। बहुत मस्त सीन था।

इधर सोनू की चूत में मेरा लंड जोर-जोर से अंदर-बाहर हो रहा था।

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मित्रों, चुदाई के मामले में औरतें चार तरह की होती हैं:

  1. गोरी औरतें – जो एक-दो बार में जल्दी पानी छोड़ देती हैं।
  2. साँवली औरतें – जो चुदाई में बहुत नखरे दिखाती हैं, लेकिन जब चुदती हैं, तो मर्द का दम निकाल देती हैं।
  3. काली औरतें – जो चुदाई में मर्द को पीछे छोड़ देती हैं।
  4. पाशवी औरतें – जिन्हें एक मर्द संतुष्ट नहीं कर सकता। वे एक साथ तीन मर्दों को चढ़ाने में पीछे-आगे नहीं देखतीं।

पहली तीन तरह की औरतों को मर्द किसी तरह शांत कर सकता है, लेकिन अगर चौथी तरह की औरत मिल जाए, तो मर्द का लंड कई दिन तक खड़ा होना मुश्किल हो जाता है। इसलिए मैं नए चोदने वालों को सलाह देता हूँ कि ऐसी औरतों से सावधान रहें।

मेरी सोनू साँवली है और बहुत ठोकेबाज है। उसकी सील तोड़ने से पहले मुझे नहीं पता था, लेकिन एक बार सील टूटी, तो समझ आया कि सोनू की चूत में मेरा लंड ही भारी पड़ता है। अगर कोई और उसे चोदे, तो भी वह भूखी रहेगी। एक बार वह गर्म हो जाए, तो उसे शांत करने के लिए कम से कम एक घंटा चोदना पड़ता है।

मित्रों, यह थी मेरी और सोनू की चुदाई की कहानी।

अब आगे सुनें कि सोनू मुझसे बहुत खुश है और उसे कोई दूसरा चोदने वाला नहीं चाहिए।

जमीला अपनी चारों बीवियों को कैसे चोदता था, वह पहली क्लिप हमने कामवासना में डूबकर देखी। फिर मैंने दूसरी सीडी लगाई।

“अह्ह… स्स्स… बस कर ना… अब मेरी गांड में डाल ना… चोद ले मुझे… ओह्ह… मम्मी… कैसा है ये साला… बहुत चोदता है… निगार के मुँह में ले ना… उसकी चूत गीली हो गई है… ओह्ह,” तस्लीमा बोली।

“रंडी… साली… तेरी चूत में लंड… तुम चारों आज मेरे नीचे चुदने वाली हो,” जमीला बोला।

मुझे एक बार लगा कि इस जमीला से एक बार लंड ठोकने की कला सीखनी चाहिए। साला क्या ठोकेबाज है!

तभी सोनू बोली, “मोटू महाराज, तुम मुझे कुछ ज्ञान दो।” उसने मेरा लंड हाथ में पकड़ा था।

मैं हँसकर बोला, “एक बात बताता हूँ:

चुदन्ति सर्व छिद्राणाम्, चूसति मुखमैथुनाः।
स्त्री ऐसियास्य पुरुषः, प्रिया तस्य बालिके।

अर्थात, हे बालिका, जो नारी अपने तीनों छेदों में पुरुष का लंड लेती है और अपने कोमल होंठों से लंड का मर्दन करती है, वह हर पुरुष की प्रिय नारी बनती है।”

“महाराज, तीन छेद कौन-कौन से?” सोनू ने पूछा।

“योनि यानी चूत, गुदा यानी गांड, और मुख यानी मुँह। इन तीनों छेदों में लंड लेकर बिना नुकसान पहुँचाए उत्तेजना से चूसने की कला जानने वाली नारी को पूर्ण नारी कहते हैं।”

“जय हो! आपका ज्ञान परिपूर्ण है, महाराज। अब क्या मेरी योनि यानी चूत में अपना लंड डालोगे?” सोनू बोली।

“अवश्य, बालिका। अपने वस्त्र उतार और तैयार हो, ताकि मैं तेरी चूत के दर्शन कर उससे प्यार कर सकूँ।”

मैंने सोनू को घोड़ी बनाया और उसकी चूत पर अपने होंठ रखे। क्या मस्त मुलायम चूत थी! चूत चोदने या गांड मारने से पहले मैं तुम्हें कुछ अच्छी जानकारी देता हूँ।

औरतों की चूत चार तरह की होती है:

  1. न चोदी गई चूत – जिसमें कभी लंड नहीं गया। यह बहुत छोटी होती है।
  2. एक लंड से चोदी गई चूत – जो थोड़ी फैली होती है, लेकिन भोसड़ा नहीं बनी। इसे चोदने वाला बहुत भाग्यशाली होता, क्योंकि इस नारी ने सिर्फ एक लंड लिया होता है। ऐसी चूत मिले, तो नसीब खुल जाता है। लेकिन ऐसी औरतें बहुत शर्मीली होती हैं।
  3. सुख का साधन मानने वाली चूत – जो भोसड़ा बन चुकी होती है। इसमें हर आकार और साइज का लंड आसानी से आ-जा सकता है।
  4. बाजारू चूत – जो लोहे की तरह सख्त हो चुकी होती है।
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मित्रों, सोनू की चूत एक लंड से चोदी गई थी।

कुछ देर उसका सौंदर्य देखकर मैंने अपना मुँह उसकी चूत पर लगाया। उसकी चूत के पानी का स्वाद खारा था। जैसे ही मैंने मुँह लगाया, मुझे नशा चढ़ने लगा। मैं आँखें बंद करके उसे चूसता रहा।

अब वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। वह मेरा सिर पकड़कर अपनी चूत पर दबाने लगी। उसने कहा कि उसे कुछ हो रहा है। वह सख्त होने लगी और उसने मेरे मुँह पर एक बड़ी पिचकारी छोड़ दी।

मैं पूरी तरह मंत्रमुग्ध हो गया, और मेरा लंड लोहे की तरह तन गया। उसने मेरे शर्ट के बटन खोले और उसे उतार दिया। फिर मेरी पैंट उतारी। मैं अब सिर्फ चड्डी में था।

जैसे ही उसने मेरी चड्डी उतारी, उसका मुँह खुला रह गया। मेरा 7 इंच का लंड उसके सामने नाच रहा था। मैंने उसे लंड मुँह में लेने को कहा। वह थोड़ा सोचकर तैयार हो गई। हम 69 की पोजीशन में आए। वह मेरा लंड प्यार से चूस रही थी, और मैं उसकी चूत चाट रहा था।

हम 15 मिनट तक चूसते रहे। इस दौरान मैंने एक बार और उसने दो बार पानी छोड़ा। मैंने उसका पानी पी लिया।

फिर मैं उसके पैरों के बीच आया और उसकी चूत सहलाने लगा। मैंने अपनी उंगली उसकी चूत में डालने की कोशिश की। वह तड़पने लगी। मैंने उसे समझाकर एक उंगली अंदर डाली। उसकी चूत बहुत टाइट थी। मैं धीरे-धीरे उंगली अंदर-बाहर करने लगा।

उसे बहुत मजा आ रहा था। मैंने पूछा, “अब लंड डालूँ?” वह बोली, “कुछ होगा तो नहीं ना?” मैंने समझाया, “कुछ नहीं होगा, मैं हूँ ना।” फिर मैंने लंड डालने की तैयारी की।

मैंने ढेर सारा थूक लगाकर लंड सेट किया और एक जोरदार धक्का मारा। वह इतनी जोर से चीखी कि मैं डर गया। मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुसा था। वह रोते हुए मुझसे विनती करने लगी, “प्लीज इसे निकाल दे, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।”

लेकिन मैं अब कहाँ निकालने वाला था। मैं रुका और उसे चूमने लगा, उसके स्तन दबाने लगा। इससे वह थोड़ी शांत हुई। मैंने फिर एक धक्का मारा। इस बार वह चीख नहीं पाई, क्योंकि मैंने उसका मुँह दबा रखा था।

मैंने देखा तो लंड खून से सना था, और वह रो रही थी। मैंने धीरे-धीरे लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया। उसे धीरे-धीरे मजा आने लगा, और वह मेरा साथ देने लगी।

लगभग 10 मिनट चोदने के बाद उसने पानी छोड़ा। लेकिन मुझे अभी वक्त था। मैंने जोर-जोर से ठोके मारने शुरू किए। वह आनंद में चिल्लाने लगी, “चोद मुझे, चोद… प्लीज और जोर से चोद… उम्म… ओह… येस… फक मी… फक हार्ड… येस… ओह… उम्म… चोद मुझे जोर से।”

5 मिनट बाद मैं और वह दोनों ने पानी छोड़ा। मैंने उसकी चूत में पानी छोड़ दिया।

उधर जमीला मियाँ की चुदाई तीसरी सीडी में समझ आई। उसकी चारों बीवियाँ उसके लंड से क्यों खुश थीं, यह उस सीडी में समझ आया। जानवर जैसी जबरदस्त चुदाई का अनुभव हमने उसे देखकर लिया।

मित्रों, यह थी सोनू और जमीला मियाँ की चुदाई की कहानी। उम्मीद है, आपको पसंद आई होगी।

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