नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम रोहन है। अब तक मैंने कई लड़कियों, भाभियों, और आंटियों के साथ संबंध बनाए हैं, और अपनी सौतेली माँ की चुदाई भी कई बार चोदा है। यह मेरी पहली सेक्स कहानी है।
चलिए, पहले मैं आपको अपने परिवार के बारे में बताता हूँ। मेरे परिवार में मेरी सौतेली माँ, मेरा बड़ा भाई, और मेरे पिता रहते हैं। मेरी सौतेली माँ, जिनका नाम रेखा है, मेरे पिता की दूसरी पत्नी हैं। वह बेहद खूबसूरत और आकर्षक हैं। उनके लंबे, घने बाल और भरे हुए स्तन हैं। उनकी गांड भी काफी आकर्षक है। मेरे पिता रोज़ उनकी गांड मारते हैं। उनका फिगर इतना मोहक है कि मेरा लौड़ा अक्सर खड़ा हो जाता था। वह मुझे माँ कम, पत्नी ज्यादा लगती थीं।
रेखा को आसपास के लोग चोदना चाहते थे, लेकिन वह सिर्फ परिवार के मर्दों के साथ ही संबंध बनाती थीं। इस बात का खुलासा कहानी के अंत में होगा।
एक दिन, जब मैं घर पर अकेला था, क्योंकि पिता बाहर गए थे और भाई अपने कॉलेज के टूर पर था, मैंने और रेखा ने घर में अकेले समय बिताया। मैंने उस दिन ठान लिया था कि आज रात मैं रेखा को अपनी बना लूँगा और उन्हें अपनी पहली पत्नी का दर्जा दूँगा। रात को, सेक्सी फिल्में और कहानियाँ पढ़ने के बाद, मुझे रेखा अपनी पत्नी जैसी लग रही थीं, और मन कर रहा था कि उन्हें अभी चोद दूँ।
उस वक्त रेखा रसोई में खाना बना रही थीं। खाना तैयार होने के बाद उन्होंने मुझे बुलाया, “रोहन, आ जाओ, खाना खा लो, बेटा।”
मैंने उनके साथ खाना खाया और अपने कमरे में चला गया। रेखा भी अपना काम खत्म करके अपने कमरे में गईं। रात को मुझे नींद नहीं आ रही थी। जब मैं उनके कमरे में गया, तो उन्हें देखकर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया। उन्होंने नाइटी पहनी थी। मैंने उनके होंठों को देखा और अपने होंठ उनके होंठों पर रखकर जोर-जोर से चूमने लगा। इससे उनकी आँखें खुल गईं।
उन्होंने मुझे धक्का देकर कहा, “मैं तेरी माँ हूँ। ये सब गलत है। अपने कमरे में जा… मैं तेरे साथ ऐसा कुछ नहीं करूँगी।”
मैंने जवाब दिया, “रेखा, तू मेरी माँ है, लेकिन उससे पहले एक औरत है, और मैं तेरा बेटा होने से पहले एक मर्द हूँ। इसमें कुछ गलत नहीं। मर्द हमेशा औरत को चोदता है। आज मैं तुझे चोदकर अपनी पहली पत्नी बनाऊँगा। तू बहुत खूबसूरत और सेक्सी है। आज मैं तुझे नहीं छोडूँगा। तेरी गांड में अपना लंड डालकर रहूँगा।”
थोड़ी ना-नुकुर के बाद, जब मैंने अपना लंबा लंड उनके सामने लहराया, तो रेखा उसे देखकर हैरान रह गईं। उन्होंने मेरे लंड को उत्सुकता से देखा। मुझे पता था कि मेरे पिता का लंड मुझसे छोटा है। रेखा मेरे लंड को देखकर खुश हो गईं, क्योंकि उन्हें रोज़ रात लंड की आदत थी।
रेखा ने कहा, “अगर तुम्हें मुझे चोदना है, तो पहले मुझे पकड़ना होगा।” यह कहकर वह कमरे में बिस्तर के इर्द-गिर्द भागने लगीं। मैंने मेहनत करके उन्हें पकड़ लिया। फिर मैंने उन्हें अपनी बाहों में जकड़ लिया और लिप-किस करने लगा। अब रेखा भी मेरा साथ देने लगीं और मुझे चूमने लगीं। मैं उनके स्तनों को दबा रहा था, और उन्हें अपने मम्मों को मसलवाने में मज़ा आ रहा था।
मैंने उन्हें बिस्तर से उठाकर खड़ा किया और उनकी नाइटी उतार दी। रेखा ने मेरी शर्ट खोल दी। अब वह मेरे सामने सिर्फ पैंटी और ब्रा में थीं। दोस्तों, मैंने उन्हें पहले कभी इस तरह नहीं देखा था। मैंने फिर से उन्हें चूमना शुरू किया और उनके लंबे बालों को सहलाने और खींचने लगा। वह ‘आह… आह…’ की आवाज़ें निकाल रही थीं।
पाँच मिनट तक चूमने के बाद, मैंने उनके स्तनों को दबाया और चूमना शुरू किया। फिर मैंने उनकी ब्रा एक झटके में फाड़ दी। अब रेखा मेरे सामने ऊपर से पूरी नंगी थीं। मैंने उनके स्तनों का दूध पीना शुरू किया। वह जोर-जोर से कह रही थीं, “आह… और जोर से दबा… पी ले, बेटा… ये तेरे लिए ही हैं।”
थोड़ी देर बाद, मैंने उन्हें दीवार के सहारे खड़ा किया और उनकी पैंटी भी फाड़ दी। रेखा ने मेरे सारे कपड़े, सिर्फ अंडरवियर छोड़कर, उतार दिए। अब वह मेरे सामने पूरी नंगी थीं। उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई खूबसूरत लड़की मेरे सामने खड़ी हो।
मैंने उन्हें गोद में उठाया और बिस्तर पर पटक दिया। उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था। जब मैंने पूछा कि उनकी चूत इतनी साफ क्यों है, तो उन्होंने कहा, “तेरे पिता मुझे रोज़ चोदते हैं, इसलिए मैं हर सुबह अपनी झांटें साफ कर लेती हूँ।”
मैंने उनके पैर खोले और उनकी चूत में अपना सिर डाल दिया। मैं जोर-जोर से उनकी चूत चाटने लगा। उनकी चूत मक्खन जैसी मुलायम थी। मैं उनका लिसलिसा पानी पी रहा था, और वह जोर-जोर से आवाज़ निकाल रही थीं, “आह… उई… मर गई… चोद दे, मादरचोद… मेरी चूत का सारा पानी पी ले…”
उनकी आवाज़ों ने मुझे और उत्तेजित कर दिया। दस मिनट में मैंने उनकी चूत का सारा पानी पी लिया। फिर मैंने अपना अंडरवियर उतारा। मेरा लौड़ा देखकर रेखा ने कहा, “तेरा लौड़ा तो तेरे बाप से भी मोटा और लंबा है। इसे मेरी चूत में डाल दे, ताकि मेरी चूत की प्यास बुझ जाए।”
मैंने उनकी चूत को चुदाई के लिए तैयार किया और एक झटके में आधा लौड़ा उनकी चूत में घुसा दिया। वह दर्द से चीख उठीं। मैंने उनकी चीख की परवाह नहीं की और दूसरा झटका मारकर पूरा लौड़ा अंदर डाल दिया। वह और जोर से चीखीं। मेरा पूरा लौड़ा उनकी चूत में था, और मैं रुक गया।
वह दर्द से चीख रही थीं, क्योंकि मेरा लौड़ा मोटा और लंबा था। फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। वह दर्द में भी चोदने को कह रही थीं, “आह… चोद दे, बेटा… अपनी माँ को चोद दे।”
मैंने धीरे-धीरे धक्के बढ़ाए। दर्द की वजह से मैंने उनका एक पैर उठाकर अपने कंधे पर रखा और जोर-जोर से चुदाई शुरू की। उनकी सेक्सी आवाज़ें रुकने का नाम नहीं ले रही थीं। वह एक बार झड़ चुकी थीं। थोड़ी देर बाद, मैंने अपना लौड़ा उनकी चूत से निकाला और उनके मुँह में दे दिया।
रेखा ने मेरा लौड़ा दस मिनट तक चूसा। मैंने उनकी चूत में उंगली की। फिर मैंने उनकी चूत का माल उन्हें खिलाया और चूमने लगा। इसके बाद, मैंने उन्हें घोड़ी बनाकर चोदा। कुछ मिनट बाद वह फिर झड़ गईं, और मैं भी उनके चूत में अपना सारा पानी छोड़कर झड़ गया।
दो बार चुदाई के बाद, मैं अपने कमरे में जाने लगा। तभी रेखा ने मेरा हाथ पकड़ा और गालियाँ देते हुए बोलीं, “मेरी गांड क्या तेरा बाप मारेगा? साले, गांड मार, फिर सोने जाना।”
मैंने उनकी गांड चाटना शुरू किया और बीच-बीच में उंगली भी की। वह फिर से ‘आह… उई…’ की आवाज़ें निकाल रही थीं। थोड़ी देर बाद, मैंने अपना लौड़ा उनकी गांड में डाल दिया और चोदने लगा। मैं उनके चूचे पकड़कर बोला, “रेखा, आज से तू मेरी रखैल है। मैं तुझे जब चाहूँगा, चोद दूँगा।”
गांड मारने के बाद, रेखा ने पूछा, “तू मुझे अपने बच्चे की माँ कब बनाएगा?” मैंने कहा, “मैं तुझे जल्द ही माँ बना दूँगा।”
उस रात मैंने उनकी चार बार चुदाई की और उन्हें अपनी पहली पत्नी बना लिया।
अगले दिन सुबह, मैंने रेखा से कहा, “पिता को बहुत गुस्सा आएगा अगर मैंने तुम्हें माँ बना दिया।” उन्होंने जवाब दिया, “हमारा परिवार चुत मारने वाला परिवार है। तुझसे पहले तेरा भाई मुझे चोद चुका है। तेरे पिता को पता है कि मैं उनके बाद भाई से चुदवाती हूँ। अगर तू मुझे माँ बनाएगा, तो कोई दिक्कत नहीं।”
मैंने उन्हें फिर से चूमा और पूछा, “तुम्हें सबसे पहले किसने चोदा था?” रेखा ने कहा, “सबसे पहले मेरे पति ने। फिर मैंने उनसे शादी की। अगर तू मुझे उनके सामने भी चोदेगा, तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।”
उसके बाद, मैंने सुबह फिर उनकी चुदाई की। अब मैं रेखा को रोज़ चोदता हूँ। वह घर में बिंदास नंगी घूमती हैं। मैंने पिता के साथ मिलकर भी उनकी चुदाई की है, जिसकी कहानी बाद में लिखूँगा।
इस तरह, मैंने अपनी सौतेली माँ रेखा की चुदाई से अपने सेक्स के सफर की शुरुआत की।
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