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मेरी गांड की खुजली मिटाने वाला लंड आखिरकार मिल गया

गांड की खुजली – मेरा नाम विकास है। मैं 19 साल का एक मुंबई की चॉल में रहने वाला लड़का हूँ। हमारी चॉल सड़क से बहुत अंदर है। इसलिए वहाँ ज्यादा लोग आते-जाते नहीं हैं। उसमें भी मेरा घर सबसे आखिरी है। मैं दिखने में गोरा हूँ और चश्मा लगाता हूँ। आपने स्कूल और कॉलेज में उन लड़कों को देखा होगा जो बड़े-बड़े शीशे वाला चश्मा लगाते हैं। वही मैं हूँ।

मैं पढ़ाई में होशियार हूँ, लेकिन मुझे सेक्स वीडियो देखने का उतना ही शौक है। मैं सेक्स वीडियो देखने में इतना पागल हो गया हूँ कि रोज कम से कम एक वीडियो तो देखना ही पड़ता है। हफ्ते में 4 से 5 बार मुझे लंड हिलाना पड़ता है, वरना मन नहीं भरता।

मैंने हर तरह के वीडियो देख लिए हैं। लेकिन कुछ दिनों से मुझे लड़के-लड़कों के सेक्स वीडियो बहुत पसंद आने लगे थे। मुझे लड़का लंड को मुँह में लेकर चूसते हुए देखकर बहुत अच्छा लगने लगा। मैं दिन-रात वैसे ही वीडियो देखने लगा।

एक बार शाम को घरवाले शादी में गए थे। और 2 से 3 घंटे बाद आने वाले थे। जैसे ही मेरे मम्मी-पापा बाहर गए, मैंने घर का दरवाजा बंद किया और सेक्स वीडियो देखने लगा। कुछ ही देर में मेरा लंड तन गया। उस वीडियो में एक लड़का दूसरे लड़के का लंड मुँह में लेकर चूस रहा था। उसे देखकर मेरे मुँह में भी पानी आने लगा। मुझे भी लगा कि किसी का लंड ऐसा चूसने को मिले। चूसने में बहुत मजा आएगा। फिर उस वीडियो में एक लड़के ने दूसरे लड़के को झुकाकर खड़ा किया और वो पहला लड़का पीछे जाकर खड़ा हो गया। फिर उसने लंड को हाथ में सीधा पकड़कर दूसरे लड़के की गांड में धीरे-धीरे घुसाया और उसकी गांड जोर-जोर से मारने लगा।

ये देखकर तो मैं एकदम पागल हो गया। वीडियो देखते हुए मेरा शरीर बहुत गर्म हो गया। मैंने तुरंत अपने सारे कपड़े उतार दिए और नंगा होकर वीडियो देखने लगा। फिर खड़े हुए लड़के ने लंड गांड से निकाला और नीचे बैठे लड़के के मुँह में दिया और चूसते-चूसते उसने सारा पानी उसके मुँह में उड़ा दिया। उस लड़के ने भी सारा पानी गटक लिया। मुझे भी वो पानी पीने की इच्छा हुई। वीडियो खत्म हुआ, लेकिन मैं बहुत गर्म हो गया था।

मेरे लंड और गांड में बहुत खुजली हो रही थी। मैं घर में नंगा ही घूम रहा था। तभी मुझे अलमारी पर लगा बड़ा शीशा दिखा। मैं जाकर खुद को उसमें नंगा देखने लगा। लंड को हाथ में पकड़कर खुद को शीशे में देख रहा था। फिर मुड़कर अपनी गांड शीशे में देखी। गांड देखकर मैं और खुश हो गया। गांड की वो दरार देखकर मुझे कुछ-कुछ होने लगा। मैंने अपनी ही गांड को दोनों हाथों से दबाकर देखना शुरू किया।

मेरी गांड बहुत नरम और बड़ी थी। गांड की दरार में उंगली फिराकर मजा लेने लगा। मन में विचार आने लगा कि कितनी मस्त गांड है मेरी। कोई तो आए और इस गांड को मारे। मेरी इस गोरी गांड को झव दे। मुझे अपनी ही गांड से प्यार हो गया था। उस समय मैं अपनी गांड दबाते हुए लंड को जोर-जोर से हिलाया और जैसे ही लंड से पानी निकला, मैंने सारा पानी हाथ में इकट्ठा किया और पी लिया।

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उस दिन से मुझे बहुत इच्छा होने लगी कि कोई मेरी गांड को हाथ लगाए। उसे प्यार से दबाकर देखे। मैं नहाते समय खुद अपनी गांड दबा लेता था।

मैं बाहर किसी को ढूंढ रहा था, तभी एक दिन मेरा एक दोस्त, जो सड़क के उस पार रहता है, घर आया। उसका नाम राजेश था। राजेश की उम्र भी 20 साल थी। हम बहुत देर तक मेरे घर में मोबाइल पर गेम खेलते थे। मेरी और राजेश की बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी। वो रोज दोपहर को घर आने लगा। मम्मी-पापा और बड़ी बहन तीनों काम पर जाते थे और हम दोनों ही घर पर होते थे।

मुझे धीरे-धीरे लगने लगा कि राजेश वो शख्स हो सकता है जो मुझे सुख दे सकता है। लेकिन अब सवाल ये था कि राजेश को मनाया कैसे जाए। तभी मुझे एक तरकीब सूझी। एक बार गेम खेलते-खेलते मैंने राजेश की जांघ पर हाथ रखा। मैं रोज ऐसा करने लगा। कभी नीचे की ओर रखता, तो कभी लंड के बिल्कुल पास। फिर मैं रात को उसे सेक्स वीडियो भेजने लगा। राजेश भी मुझे सेक्स वीडियो भेजने लगा। अब हम सेक्स के बारे में भी बात करने लगे थे।

फिर हम मेरे घर में एक साथ बैठकर सेक्स वीडियो भी देखने लगे थे। कुछ दिन ऐसे ही बीते। अब मुझे अगला कदम उठाना था, लेकिन समझ नहीं आ रहा था कि आगे क्या करूँ। फिर एक बार मुझे मेरी एक पुरानी काली शॉर्ट पैंट अलमारी में मिली। वो बहुत पुरानी थी। मैंने उसे पहना, लेकिन वो मुझे बहुत छोटी थी। जब मैंने उसे पहनकर अलमारी के शीशे में खुद को देखा, तो मुझे दिखा कि उसमें मेरी गांड बड़ी लग रही थी। वो काली पैंट गांड से पूरी तरह चिपकी थी। गांड की दरार भी अच्छी दिख रही थी। मैंने सोचा कि आज जब राजेश घर आएगा, तो मैं यही पैंट पहनकर बैठूँगा और उसे अपनी गांड दिखाकर गर्म करूँगा।

दोपहर को रोज की तरह राजेश घर आया। मैंने वो काली पैंट पहनी थी। रोज की तरह हम मोबाइल पर गेम खेलने लगे। गेम खेलते समय मैं बीच में उठकर घर के किसी काम का बहाना करता और पीछे से अपनी गांड राजेश को दिखाता। दो-तीन बार मैं राजेश के सामने गांड हिलाते हुए गया। फिर एक बार सामने अलमारी से कपड़े निकालने के बहाने मैं झुका और अपनी गांड राजेश को दिखाई।

उस समय राजेश ने कुछ नहीं कहा। मुझे लगा कि ये तरकीब भी नहीं चली। लेकिन रात को सोने से पहले मैंने मोबाइल देखा तो मैं बहुत खुश हो गया। क्योंकि राजेश ने रोज की तरह सेक्स वीडियो भेजे थे, लेकिन आज उनमें लड़के-लड़कों के भी वीडियो थे। मैंने वो वीडियो देखे और उसे मैसेज किया कि बहुत अच्छे हैं। राजेश उस समय जाग रहा था। उसने मेरा मैसेज पढ़ा। मैसेज पढ़ते ही उसने और कुछ ऐसे ही वीडियो भेजे। उस पर भी मैंने अच्छा बोलकर मैसेज किया। अब दोनों को वो करना था, लेकिन डर भी लग रहा था।

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अगले दिन सुबह मैं जल्दी उठ गया क्योंकि रातभर नींद नहीं आई। उस समय सुबह के 5:30 बजे थे। नींद नहीं आ रही थी, तो मैंने मोबाइल लिया और रात को भेजे गए वीडियो फिर से देखने लगा। तभी अचानक एक मैसेज आया। और वो राजेश का था। उसने गुड मॉर्निंग लिखा था। उसे देखकर मैं बहुत खुश हो गया। क्योंकि राजेश को भी नींद नहीं आई थी। मैंने उससे पूछा कि आज कितने बजे घर आएगा। राजेश ने रोज का समय बताया।

आज मैं पूरी तैयारी करके बैठा था। राजेश तय समय पर घर आया। मैंने अंदर से दरवाजा बंद किया। हम मेरे कमरे में कुर्सी पर अपनी रोज की जगह पर जाकर बैठे और रोज की तरह गेम खेलने लगे। दोनों कुछ बोल नहीं रहे थे। लेकिन अब मुझे रुकना नहीं था। मैंने बीच में गेम रोककर राजेश के भेजे वीडियो देखने शुरू किए। राजेश ने मुझे वीडियो देखते हुए देखा और गेम खेलना बंद कर दिया और मेरे हाथ से फोन लिया और वीडियो देखने लगा। मैं भी उसके पास गया और धीरे से एक हाथ उसकी जांघ पर रखा। फिर मैं धीरे-धीरे अपना हाथ राजेश की जांघ पर फिराने लगा। मेरा हाथ लगते ही राजेश का लंड तनने लगा। राजेश ने कुछ नहीं कहा। वो बस मोबाइल पकड़े कुर्सी पर बैठा था।

मैंने धीरे-धीरे हाथ लंड के पास लाया और आखिरकार पूरा हाथ लंड पर रखा और लंड दबाने लगा। मुझे वो पूरी तरह तना हुआ महसूस हो रहा था। मैंने धीरे से उसकी पैंट नीचे की और लंड को बाहर निकाला। लंड बाहर आते ही राजेश की साँसें तेज होने लगीं।

आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह हं आह्हाहा

राजेश कुछ बोल नहीं रहा था। वो बस मोबाइल पकड़े वीडियो देख रहा था। मैंने धीरे-धीरे राजेश का लंड ऊपर-नीचे करके हिलाना शुरू किया। उसका लंड बाहर निकलते ही बहुत बड़ा हो गया। और बहुत गर्म था। अब मुझे रहा नहीं गया, तो मैं तुरंत राजेश के सामने नीचे बैठा और राजेश का लंड मुँह में ले लिया।

राजेश जोर-जोर से मुँह से आवाज करने लगा।

आह्हाहा आह्हाहाहा आह्ह्ह आह्हाहा आह्हाहा आह्हाहा आह्हह्ह आह्ह्ह आह्हाहा आह्हाहा आह्हाहाहाहा आह्ह्ह आह्हाहा आह्हाहाहा आह्हाहा आह्हाहा

पहली बार किसी का लंड चूसने को मिला था। बहुत अच्छा लग रहा था। राजेश का लंड एकदम सख्त और बड़ा था। मेरे मुँह में पूरा जाता ही नहीं था। मैंने उसके लंड का गुलाबी हिस्सा चाटते हुए लंड को पूरा मुँह में लिया। जोर-जोर से राजेश का लंड चूसने लगा। राजेश ने मोबाइल साइड में रखा और मेरे बालों को सहलाते हुए मेरा साथ देने लगा। राजेश ने अपनी शर्ट उतारकर साइड में फेंक दी। फिर उसने मेरी टी-शर्ट भी ऊपर करके उतार दी।

अब मेरा शरीर पूरी तरह गर्म हो गया था। मुझे कुछ सूझ नहीं रहा था। मुझे अब कोई फर्क नहीं पड़ता था कि राजेश मेरे बारे में क्या सोचेगा। फिर मैं तुरंत उठा और राजेश के सामने पीठ करके अपनी शॉर्ट पैंट और अंदर की चड्डी एक झटके में उतारकर खुद को पूरी तरह नंगा कर लिया। राजेश मेरी गोरी गांड देखकर पागल हो गया। वो तुरंत उठा और खड़े होकर उसने मेरी गांड की दरार में अपना लंड घुसाया और मुझे पीछे से जोर से गले लगाया।

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राजेश नीचे से अपना लंड मेरी गांड पर रगड़ने लगा। फिर उसने मुझे सीधा किया और मेरे होंठों पर टूट पड़ा। उसने मेरा सिर जोर से पकड़कर मुझे चुम्बन लेना शुरू किया। मेरी गर्दन पर चुम्बन लिया और नीचे-नीचे जाने लगा। फिर राजेश ने मेरे निप्पल मुँह में लिए और चूसे। वो जीभ से निप्पल चूसने लगा।

इसके बाद राजेश ने मुझे पलंग के पास झुकाकर खड़ा किया और मेरे पीछे गया। उसने धीरे से मेरी गांड पर लंड रखा। पहले उसने लंड को मेरी गांड की दरार में ऊपर-नीचे रगड़ा। फिर उसने धीरे से गांड के छेद पर लंड टिकाया। और धीरे-धीरे धक्के देकर अंदर डालने लगा। लंड अंदर जाते समय मेरी धड़कन बढ़ने लगी। राजेश का वो तना हुआ लंड गांड में जाते हुए मुझे महसूस होने लगा। कुछ देर में राजेश ने पूरा लंड मेरी गांड में घुसा दिया और गांड से चिपककर खड़ा हो गया। इसके बाद उसने मेरी कमर दोनों तरफ से पकड़ी और लंड को गांड में ही गोल-गोल घुमाने लगा। फिर उसने धीरे-धीरे लंड को मेरी गांड में अंदर-बाहर करना शुरू किया।

अब राजेश का लंड मेरी गांड में अंदर-बाहर हो रहा था। राजेश मुँह से आवाज भी करने लगा।

आह्हाहा आह्हाहा आह्हाहा आह्हाहा आह्हाहा आह्ह्ह आह्ह्ह आह्ह्ह

मुझे भी बहुत मजा आने लगा और मेरे मुँह से भी आवाज निकलने लगी।

आह्ह्ह आह्हाहा आह्ह्ह आह्ह्ह आह्हाहा आह्ह आह्हाहा आआह्ह आह्ह्ह आह्हह्ह आह्हाहाहाहाहा

राजेश ने धीरे-धीरे अपनी रफ्तार बढ़ाई। वो अब जोश में मेरी गांड मारने लगा। उसने जोर-जोर से धक्के देना शुरू किया। मैं जोर-जोर से चिल्लाने लगा।

आह्ह आह्ह्ह आह्ह्ह आह्हाहाहा आह्हाहा आह्हाहा आह्ह्ह आह्ह्ह आह्हाहा आह्हाहाहाहा आह्ह्ह आआह्ह

राजेश मस्त होकर मेरी गांड मार रहा था। उसने मेरी कमर को जोर से पकड़ रखा था और जोर-जोर से मुझे चोदने लगा। कुछ देर बाद उसका पानी आने वाला था, तो उसने बड़े-बड़े जोरदार धक्के दिए गांड पर। कुछ देर बाद बड़ी साँस लेकर उसने सारा पानी मेरी गांड में उड़ा दिया। मुझे गांड में उसका गर्म पानी उड़ते हुए महसूस हुआ। फिर उसने मुझे छोड़ा और पीछे हट गया। राजेश का लंड धीरे से मेरी गांड से निकला और राजेश वापस कुर्सी पर जाकर बैठ गया। मेरी भी साँस चढ़ गई थी। मैं भी अपने पलंग पर जाकर लेट गया।

कुछ देर बाद राजेश ने अपने कपड़े पहने और घर चला गया। उस दिन के बाद हम रोज चुदाई करने लगे। राजेश मुझे रोज झवता था। मेरी गांड को आखिरकार रोज चोदने वाला लंड मिला.

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